
अब आप सोने को बैंक में जमा करा कर इसे आय कमाने के लिए उपयोग कर सकते गोल्ड मोनेटाइजेशन योजना के जरिए
अब आप सोने को बैंक में जमा करा कर इसे आय कमाने के लिए उपयोग कर सकते गोल्ड मोनेटाइजेशन योजना के जरिए
भारत की गोल्ड मोनेटाइजेशन योजना (Gold Monetization Scheme) एक महत्वपूर्ण नीति है जो भारतीय जनता को अपने सोने की संपत्ति को आर्थिक मूल्य का उपयोग करने का अवसर प्रदान करती है। इस योजना के माध्यम से, व्यक्ति अपने रजिस्टर्ड गोल्ड ग्राहक (Registered Gold Customer) के रूप में दर्ज होकर अपनी सोने की संपत्ति को बैंक में जमा कर सकता है और इसे आय कमाने के लिए उपयोग कर सकता है।
यह योजना 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य था देश में स्वर्ण की भंडारण घरों में बंद न रहे, बल्कि इसे आर्थिक विकास के लिए उपयोग किया जा सके। इस योजना के तहत, व्यक्ति को अपने सोने की संपत्ति को बैंक में जमा करने के लिए विभिन्न विकल्पों की पेशकश की जाती है और उसे ब्याज और मुनाफे कमाने का अवसर मिलता है।
गोल्ड मोनेटाइजेशन योजना के अंतर्गत, व्यक्ति को अपने सोने की संपत्ति को तीन प्रकार से जमा करने का विकल्प मिलता है। पहला विकल्प है सोने को बैंक में जमा करना, दूसरा विकल्प है सोने को सोने के स्थानांतरण प्रमाणपत्र (Gold Accumulation Certificate) के रूप में खरीदना और तीसरा विकल्प है सोने को नगद प्राप्त करना।
जब व्यक्ति अपने सोने को बैंक में जमा करता है, तो उसे बैंक की ओर से एक साल की अवधि के लिए ब्याज के रूप में इंटरेस्ट दिया जाता है। व्यक्ति चाहे तो इस अवधि के बाद अपने सोने को नगद में भी निकाल सकता है या फिर अपनी संपत्ति को आगे बढ़ाकर और अधिक विकल्पों के साथ बैंक में रख सकता है।
यह योजना विभिन्न लाभों के साथ आती है। पहले तो, यह देश में स्वर्ण के संपदा की उपयोगिता बढ़ाती है और इसे एक आर्थिक संसाधन के रूप में उपयोग करती है। दूसरे, यह लोगों को आर्थिक स्वतंत्रता और विकास के लिए अवसर प्रदान करती है। तीसरे, यह बैंकों को गोल्ड रिसर्व्स बढ़ाने का अवसर देती है, जिससे वे अधिक ऋण प्रदान कर सकती हैं और आर्थिक सक्रियता को प्रोत्साहित करती हैं।
इस रूप में, गोल्ड मोनेटाइजेशन योजना एक महत्वपूर्ण कदम है जो सोने की संपत्ति को आर्थिक मूल्य का उपयोग करने के लिए प्रेरित करता है। यह योजना भारतीय जनता को आर्थिक स्वतंत्रता, विकास और सुरक्षा के लिए एक वाणीतिक माध्यम प्रदान करती है और देश की आर्थिक सक्रियता को बढ़ाने में मदद करती है।