
इंस्टीट्यूशंस ऑफ एमिनेंस: भारत के उच्चतर शिक्षा प्रतिष्ठानों को ग्लोबल मानक प्रदान करने की पहल
इंस्टीट्यूशंस ऑफ एमिनेंस: भारत के उच्चतर शिक्षा प्रतिष्ठानों को ग्लोबल मानक प्रदान करने की पहल
उच्चतर शिक्षा मंत्रालय ने ‘इंस्टीट्यूशंस ऑफ एमिनेंस’ योजना की शुरुआत की है जो भारत के उच्चतर शिक्षा प्रतिष्ठानों को ग्लोबल मानक प्रदान करने और उन्हें विश्वस्तरीय स्तर पर विकसित करने का उद्देश्य रखती है। इस योजना के तहत, सरकार उन शिक्षा संस्थानों को चुनती है जो एक उच्चतर शिक्षा प्रतिष्ठान के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए योग्य होते हैं और उन्हें आर्थिक और शैक्षणिक संकटों से बाहर निकालने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करती है।
इंस्टीट्यूशंस ऑफ एमिनेंस (IoE) योजना के तहत, सरकार प्राथमिकता देती है कि वे प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों को मान्यता प्राप्त करें जिनका उद्देश्य है विश्वस्तरीय मानक प्राप्त करना और शिक्षा में उत्कृष्टता की गुणवत्ता को बढ़ाना। इन संस्थानों को आर्थिक और प्रशासनिक आधार पर स्वतंत्रता प्राप्त होती है ताकि वे नवीनतम शिक्षा और अनुसंधान प्रक्रियाओं को अपना सकें और अपनी योग्यता और अद्यतन को बढ़ा सकें
इंस्टीट्यूशंस ऑफ एमिनेंस योजना के तहत, चयनित संस्थानों को विशेष आर्थिक समर्थन प्रदान किया जाता है ताकि वे बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, तकनीकी सुविधाएं, अद्यतन अध्यापन पद्धति, विद्यार्थी सुविधाएं, अनुसंधान परियोजनाओं को विकसित कर सकें। इसके अलावा, इंस्टीट्यूशंस ऑफ एमिनेंस को आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त होती है ताकि वे विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान कर सकें, प्रभावी अध्ययन कार्यक्रम चला सकें, नवीनतम उपकरणों और प्रयोगशालाओं का उपयोग कर सकें और उच्च शिक्षा क्षेत्र में अपनी पहचान बना सकें।
योजना के अंतर्गत, इंस्टीट्यूशंस ऑफ एमिनेंस को स्वतंत्रता दी जाती है ताकि वे विद्यार्थियों को विभिन्न डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश देने, अपने अध्ययन प्रोग्रामों को अद्यतित करने, विद्यार्थियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संक्षेप में पढ़ाने और उन्हें विदेश में अध्ययन करने का मौका देने में सक्षम हो सकें। यह उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त करने के लिए बढ़ती बुनियाद देता है और भारतीय शिक्षा प्रणाली को वैश्विक मानकों के साथ समर्पित करने का माध्यम बनाता है।
इंस्टीट्यूशंस ऑफ एमिनेंस योजना उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और प्रगति को प्रोत्साहित करती है। यह शिक्षा संस्थानों को उनके अद्यतन अध्यापन पद्धति, अनुसंधान क्षमता, और छात्रों के विकास के लिए आवश्यक संसाधनों का उपयोग करने की स्वतंत्रता प्रदान करती है। इसके माध्यम से, शिक्षा संस्थान विद्यार्थियों को व्यापक ज्ञान और उच्चतम मानकों के साथ अद्यतित करने का मौका प्रदान करते हैं, जिससे वे विश्वस्तरीय दक्षता के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थान प्राप्त कर सकें।
संक्षेप में कहें तो, ‘इंस्टीट्यूशंस ऑफ एमिनेंस’ योजना उच्चतर शिक्षा प्रतिष्ठानों को उनकी प्रतिष्ठा को बढ़ाने, अनुसंधान और अद्यतन के लिए उन्हें सहायता प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इसके माध्यम से, शिक्षा संस्थान उच्चतम मानकों को प्राप्त करने और अध्ययन क्षेत्र में अपनी निरंतरता को बनाए रखने के लिए स्वतंत्रता प्राप्त करते हैं। इससे विद्यार्थियों को उच्चतर शिक्षा के लिए विशेष अवसर प्राप्त होते हैं और भारतीय शिक्षा प्रणाली को ग्लोबल मानकों के साथ समर्पित करने में मदद मिलती है।