
जाने क्या है राष्ट्रीय औषधीय पौध मिशन
जाने क्या है राष्ट्रीय औषधीय पौध मिशन
राष्ट्रीय औषधीय पौध मिशन (national medicinal plant mission) भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण पहल है जो देश में औषधीय पौधों के उत्पादन, संग्रहण, प्रबंधन, विपणन और उपयोग को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखती है। यह योजना 2008 में शुरू हुई और उसके बाद से विभिन्न राज्यों में औषधीय पौधों के उत्पादन को बढ़ाने और संरक्षित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
राष्ट्रीय औषधीय पौध मिशन का मुख्य उद्देश्य यह है कि देश में प्रमुख रूप से प्रयोग होने वाले औषधीय पौधों के उत्पादन और प्रबंधन के लिए आवश्यक मार्गदर्शन, सहायता और प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। इसके माध्यम से राष्ट्रीय औषधीय पौध मिशन निम्नलिखित उपक्रमों पर केंद्रित है:
1. उत्पादन और प्रबंधन: यह उपक्रम औषधीय पौधों के उत्पादन और प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कार्यों का समर्थन करता है। इसके अंतर्गत खेती और बागवानी के क्षेत्र में औषधीय पौधों के उत्पादन, खाद्य और औषधीय पौधों के बीज बैंक, प्रयोगशाला नेटवर्क का विकास, उत्पादन की गुणवत्ता का सुनिश्चय, प्रदर्शनी और सेमिनारों का आयोजन शामिल है।
2. संग्रहण और प्रबंधन: यह उपक्रम संग्रहण, संग्रहण केंद्रों का विकास और वन्यजीव संसाधनों के लिए प्रबंधन उपकरणों की सुविधाएं प्रदान करने के लिए है। इसके तहत पौधों की संग्रहण स्थलों की स्थापना, पारंपरिक चिकित्सा व्यवस्थाओं का प्रबंधन, वन्यजीव संसाधनों के उचित प्रबंधन के लिए अभियांत्रिकी उपयोग, औषधीय पौधों के विभिन्न आयामों का मानचित्रण और मूल्यांकन शामिल है।
3. प्रशिक्षण और जागरूकता: इस उपक्रम के माध्यम से विभिन्न व्यवसायिक औषधीय पौधों के उत्पादकों, किसानों, ग्रामीण समुदायों और वनगोपालकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है ताकि वे बेहतर उत्पादन प्रथाओं, संग्रहण तकनीकों और प्रबंधन मार्गदर्शन को समझ सकें। इसके अलावा, जनसंचार के माध्यम से औषधीय पौधों के महत्व की जागरूकता बढ़ाने के लिए संचार उपकरणों का विकास भी होता है।
4. औषधीय पौधों के विपणन और वित्तीय सहायता: यह उपक्रम औषधीय पौधों के उत्पादन और विपणन को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न कार्यों का समर्थन करता है। इसके माध्यम से औषधीय पौधों की पश्चातापी और पश्चातापी उत्पादन प्रदान करने के लिए उचित वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है।
राष्ट्रीय औषधीय पौध मिशन द्वारा बढ़ते हुए औषधीय पौधों के उत्पादन, प्रबंधन और विपणन के क्षेत्र में सुधारों ने बहुत से लाभ प्रदान किए हैं। यह योजना किसानों को आधुनिक तकनीकों, उचित प्रबंधन प्रथाओं और वित्तीय सहायता के माध्यम से संचालित होने वाली प्रशिक्षण योजनाओं के लाभ प्रदान करती है। इससे न केवल देश की औषधीय पौधों की संपदा का संरक्षण होता है, बल्कि किसानों की आय और जीविका को भी सुधारा जाता है। इसके अलावा, यह योजना भारतीय औषधीय वनस्पति को वैश्विक बाजार में वृद्धि देने के लिए उपयोगी संसाधनों का विकास भी कर रही है।
राष्ट्रीय औषधीय पौध मिशन भारत के औषधीय पौधों के संरक्षण, प्रबंधन और विकास को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह मिशन देश की प्राकृतिक संपदा का संरक्षण करता है और औषधीय पौधों के विश्वस्तरीय मानकों के साथ उत्पादन और प्रबंधन को सुनिश्चित करने में मदद करता है। इसके माध्यम से किसानों को उचित मार्गदर्शन, प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और विपणन के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की जाती है जो उन्हें स्वावलंबी और सशक्त बनाने में मदद करती है। इस योजना के माध्यम से भारत देश अपने ऐतिहासिक औषधीय धरोहर को संरक्षित करते हुए समृद्ध हो रहा है और खुदरा औषधीय पौधों के उत्पादन क्षेत्र में अग्रणी देशों में से एक बन रहा है।