
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा अमृत सरोवर तालाब: जनपद सदस्य व ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत
शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्यवाही
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा अमृत सरोवर तालाब: जनपद सदस्य व ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत
शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्यवाही
पुष्पराजगढ़ (रमेश तिवारी)
जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ में भ्रष्टाचार व कमीशन खोरी चरम सीमा पर है यहां पर ठेकेदार सरपंच सचिव उपयंत्री से मिलकर कमीशन देकर निर्माण कार्य स्वीकृत कराए जाते हैं। स्टीमेट तैयार कर जेसीबी पोकलेन मशीन लगाकर निर्माण कार्य कराया जाता है दिखाने के लिए कुछ मजदूर लगा दिए जाते हैं 15 लाख की लागत के तालाब को गुणवत्ता विहीन बनाकर 5 से 6 लाख में पूर्ण करा लिया जाता है । शेष राशि का बंदरबांट कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जाता है ।
भ्रष्टाचार का नया तरीका
पुष्पराजगढ़ जनपद क्षेत्र मे अमृत सरोवर बांध बनाने मे भ्रष्टाचार करने का नया तरीका निकाला गया है। कई स्थानों पर पुराने तालाबों के ऊपर या फिर वाटर शेड द्वारा बनाए गए बांध पर अमृत सरोवर तालाबों का निर्माण कार्य कराया जाकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। जबकि नियमानुसार नवीन स्थान पर अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। इसके बावजूद एजेंसी व ठेकेदार वाह उपयंत्री द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसे स्थानों का चयन कर कम लागत में कम लंबाई चौड़ाई एवं गहराई का गुणवत्ता विहीन तालाब निर्माण करा कर राशि का बंदरबांट किया जाकर शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना में पलीता लगाया जा रहा है।
जनपद सदस्य व ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत
पुष्पराजगढ़ जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत नगुला में पुराने तालाब पर एवं ग्राम पंचायत गोंदा में अमृत सरोवर तालाब निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है । एजेंसी द्वारा ग्राम पंचायत गोंदा के ग्राम पाखा टोला में भद्दू सिंह पिता लामू सिंह के खेत मे वाटर सेड योजना से पूर्व में बने बांध पर अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कार्य कराया गया है। इसी प्रकार से ग्राम पंचायत गोंदा के पकरी पानी मे चमरू सिंह के खेत में वाटर सेड योजना से पूर्व में बनाए गए बांध पर 14 लाख 85 हजार की लागत से अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कार्य कराया जा रहा है । उक्त तीनों तालाबो का निर्माण कार्य 5 से 6 लाख की लागत में गुणवत्ता विहीन कराया जाकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। तथा शेष राशि का बंदरबांट कर शासन की योजना में पलीता लगाया जा रहा है। जिसकी जांच की मांग जनपद सदस्य व ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर महोदय से की गई है। जनपद सदस्य एवं ग्रामीणों ने बताया कि उक्त तीनो तालाबों का निर्माण कार्य किसी जाफर अली ठेकेदार के द्वारा उपयंत्री सरपंच सचिव की मिलीभगत से कराया जा रहा है। तीनों तालाबों की जिला स्तरीय जांच करा कर कार्यवाही किए जाने की मांग ग्रामीणो व जनप्रतिनिधि द्वारा की गई है।
शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्यवाही* अमृत सरोवर तालाब निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत जनपद सदस्य व ग्रामीणों द्वारा जिला प्रशासन से की गई है लेकिन आज दिनांक तक इस पर किसी भीए प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है जिसके कारण भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद है तथा जनप्रतिनिधियो व ग्रामीणों मेअसंतोष व्याप्त है।