
Bank Privatization: अब ये सरकारी बैंक निजी हो जाएंगे! इसमें आपका खाता तो नहीं है?
Bank Privatization: अब ये सरकारी बैंक निजी हो जाएंगे! इसमें आपका खाता तो नहीं है?
Bank Privatization: यह खबर आपके लिए है क्योंकि आपका खाता भी सरकारी बैंक में है। प्राइवेटाइजेशन के बारे में अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (AIBOC) ने बहुत कुछ बताया है। AIBOC ने कहा कि सभी सरकारी बैंक निजीकरण के अधीन हैं।
AIBOC के महासचिव रूपम रॉय ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में निजीकरण का खतरा है। यह विचारधारा का संघर्ष है, जिसे हल किया जा सकता है जिसमें बड़ी आबादी का कल्याण सर्वोपरि है।
बैंकिंग सिस्टम में बदलावरूपम रॉय ने कहा कि राष्ट्रीयकरण के बाद से ये पीएसबी कृषि, लघु और मध्यम उद्यमों (SMI), बुनियादी ढांचा और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को धन दे रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के साथ-साथ लोगों को बैंकिंग सुविधा से जुड़ने की जरूरत है।
मालूम होता है कि 2019 के अगस्त महीने में 10 में से 4 बैंकों को सरकार ने विलय कर दिया, इससे देश में सरकारी बैंकों की संख्या 12 रह गई। वित्त मंत्रालय ने कहा कि इन बैंकों को निजीकरण से बचाना चाहिए। सरकार द्वारा 2019 में शुरू की गई एकीकरण योजना के अनुसार कई बैंकों का विलय किया गया है, लेकिन उनके एकीकरण की प्रक्रिया अभी भी लंबित है, जो जल्द ही पूरी हो सकती है।