
भारतीय ज्ञान परंपरा विषय पर व्याख्यान
भारतीय ज्ञान परंपरा विषय पर व्याख्यान
अनूपपुर( रमेश तिवारी)
इंदिरा गांधी अनुसूचित जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में अखिल भारतीय इतिहास शोध संस्थान के तत्त्वावधान में अंतर्जालीय माध्यम से प्रो० वी० डी० मिश्र व्याख्यानमाला के अंतर्गत भारतीय ज्ञान परंपरा विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता प्रो० सीताराम द्विवेदी बी एच यू ने प्राचीन भारतीय ज्ञान परम्परा के विविध पक्षों पर सारगर्भित रूप से प्रकाश डाला । इस अवसर पर प्रो० दुबे ने वेद ,उपनिषद, पुराण ,महाकाव्य काल ,एवं भक्ति आंदोलन से लेकर बीसवीं शताब्दी ई . तक भारतीय ज्ञान परम्परा में हुए परिवर्तनों की विशद व्याख्या की।
संगठन के संरक्षक प्रो० एच एन दुबे ने भारतीय ज्ञान परंपरा में ऋषियों द्वारा मंत्रों तथा ऋचाओं के निर्माण में उनके योगदान एवम महत्त्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के माननीय कुलपति प्रो० अखिलेश कुमार पाण्डेय ने भारतीय ज्ञान परंपरा के वैज्ञानिक पक्ष को उद्घाटित किया , साथ ही प्रोफेसर पांडे ने प्राचीन भारतीय ग्रंथों में निरूपित ज्ञान ,विज्ञान, तकनीकि तथा शिक्षा एवं स्वास्थ्य के महत्त्व पर भी प्रकाश डाला । साथ ही वरिष्ठ इतिहासकार प्रो० ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने भारतीय ज्ञान परम्परा की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम अपने प्राचीन ज्ञान विज्ञान के माध्यम से नई शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्य को प्राप्त कर एक बार पुनः विश्व गुरु बनकर समूची दुनियां का नेतृत्व कर सकते हैं । संगठन अध्यक्ष प्रो० प्रवीण कुमार मिश्र ने कहा कि निखिल भारतीय इतिहास शोध संस्थान आज प्राचीन भारतीय ज्ञान विज्ञान के विविध क्षेत्रों के संरक्षण, संवर्धन एवम अभिवृद्धि हेतु दृढ़ संकल्पित होकर कार्य कर रहा है । । उक्त अवसर पर प्रो. ए. पी .ओझा,प्रो० आलोक श्रोत्रिय , प्रोफेसर सुवर्णा सरकार, श्रीमती मिथिलेश दुबे, डॉ विजय नाथ मिश्र (ओ एस डी ) डॉ नरेंद्र तिवारी,डॉ नवीन गुप्ता, डॉ मीरा पाल ,डॉ हेमलता शर्मा, डॉ पूनम शुक्ला,डॉ० वंदना वर्मा, डॉ मीनू अग्रवाल, डॉ० प्रत्यंचा पाण्डेय, डॉ अमित मिश्रा, डॉ अवधेश मिश्रा ,डॉ गोविंद मिश्र ,डॉ मनोज कुमार सिंह, डॉ जिनेन्द्र जैन, डॉ अखिलेश तिवारी, डॉ के के तिवारी, डॉ संतोष गौड़, डॉ जितेंद्र जायसवाल, डॉ पंकज कुमार जिला सूचनाधिकारी, डॉ मीनाश्री, डॉ प्रिया, डॉ प्रमोद पांडेय,डॉ सचिन देव द्विवेदी, डॉ नसरीन,डॉ निशि सेठ, डॉ सबीना , डॉ अरविंद यादव ,गौरव शुक्ला , गोविंद पांडेय, नीरज कुमार,शिशिरकान्त,संग्राम शिवांश तिवारी, श्रुतिका, नीलम दुबे समेत बड़ी संख्या में अध्यापक, अधिकारी ,कर्मचारी एवं शोध छात्र जुड़े रहे । कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ शिवा कान्त त्रिपाठी एवम धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रज्ञा मिश्रा ने किया ।