
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती मनाई गई
अंबेडकर जयंती पर समानता पर्व कार्यक्रम का आयोजन
पुष्पराजगढ़ रमेश तिवारी
भारतीय संविधान के शिल्पकार भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की 132 वी जयंती मनाई गई। इस अवसर पर 14 अप्रैल को मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद पुष्पराजगढ़ द्वारा शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पुष्पराजगढ़ जन्म जयंती के उपलक्ष में समानता पर्व समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की फोटो पर फूल माला अर्पित कर दीप प्रज्वलित कर किया गया। उक्त अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ डीपी सार्मे ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की डॉ भीमराव अंबेडकर महामानव थे वे सच्चे राष्ट्रभक्त व सामाजिक समानता के पक्षधर थे ।उन्होंने अपना जीवन समाज में फैली असमानता कुरीतियां भेदभाव को दूर करने एवं गरीबों पिछड़ों दलितों के उत्थान में लगा दिया। डॉक्टर साहब कई भाषाओं के ज्ञाता थे तथा उन्होंने कई विषयों पर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की थी वह पूरे राष्ट्र के सर्वमान्य समाज सुधारक के रूप में जाने जाते हैं उन्होंने संविधान का निर्माण कर सभी वर्गों को समानता का अधिकार दिया हमें उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर राष्ट्र का निर्माण करना है हम उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हैं उक्त अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता एवं मां नर्मदा युवा प्रणाम के संरक्षक विकास चंदेल ने कहा कि बाबा साहब समाज में असमानता भेदभाव का सामना करते हुए आगे बढ़े उन्होंने सिर्फ संविधान निर्माण में सबसे अहम रोल अदा किए बल्कि समाज में दलितों की परिस्थितियों पर भी आवाज उठाई उन्होंने समाज में व्याप्त व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष किया बाबा साहब अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1991 में मध्यप्रदेश के महू में में हुआ था उन्होंने समाज में व्याप्त समानता तथा भेदभाव का सामना करते हुए अपनी काबिलियत के दम पर आजाद भारत के पहले कानून मंत्री बने और संविधान का निर्माण किया वे एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे हमें उनके विचारों उनके द्वारा बताए गए मार्गों को आत्मसात करना है उन्होंने कहा जाति प्रथा का चलन और दमन मध्यकालीन युग में मुगल एवं अंग्रेजों शासकों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से रचित किया गया था उनका उद्देश्य था फूट डालो और राज्य करो हमें सर्वहारा समाज को साथ लेकर समरसता भाव के साथ एक होकर आगे बढ़ना है हमारा समाज समरसता के एक रूप में बंधेगा तभी राष्ट्र का विकास होगा । उक्त अवसर पर ग्राम पंचायत किरगी के सरपंच अर्जुन सिंह पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता रमेश तिवारी ने बाबा भीमराव अंबेडकर जी को नमन करते हुए उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए ।
उन्होंने बताया डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने कहा था मैं ऐसे धर्म को मानता हूं जो स्वतंत्रता समानता और भाईचारा सिखाएं सभी को समानता का अधिकार मिले । कार्यक्रम का संचालन परामर्शदाता बब्बू चंद्रवंशी ने किया अवसर पर परामर्शदाता बाल्मीक जैयसवाल नवांकुर संस्था एवं प्रस्फुटन समिति के सदस्य व सीएमसीएलडीपी के छात्र-छात्राएं व समाजिक कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।