
जनजातीय विश्वविद्यालय में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का जल्द होगा निर्माण कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी
जनजातीय विश्वविद्यालय में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का जल्द होगा निर्माण कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी
अनूपपुर (रमेश तिवारी)
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा 5 दिसंबर 2022 को विश्व स्वास्थ्य मृदा दिवस क्षेत्र के किसानों को प्रशिक्षित कर मनाया गया। कार्यक्रम में अध्यक्ष माननीय कुलपति प्रोफेसर श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी जी एवं मुख्य अतिथि श्रीमती शीला त्रिपाठी (अध्यक्ष – श्री शील मण्डल) उपस्थित रही। कार्यक्रम संयोजक डॉ अनीता ठाकुर द्वारा स्वागत भाषण दिया गया एवं किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना एवं मृदा परीक्षण के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे माननीय कुलपति प्रोफेसर श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी जी ने अपना वक्तव्य अथर्ववेद के श्लोकों से किया। आपने कहा की धरती हमारी मां है और हम सब इसके बच्चे अतः हमें अपनी मां का ध्यान रखना चाहिए। आज का दिन इस बात का घोतक है कि हम उस धारा के प्रति चिंतित रहें जो हमें जीवन पर्यन्त अन्य देती है। उसके प्रति हमें सम्मान करना चाहिए। धरा के ऊपर कृषक भगवान तुल्य है जो धरा का ध्यान रखते हैं और यह रेवा खंड तो ईश्वर की तपोभूमि यहां के कण-कण में भगवान हैं। विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र में एक उन्नत और आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित प्रयोगशाला जल्द ही बनाई जाएगी इसका मैं आश्वासन देता हूं। कार्यक्रम में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए जिसके द्वारा किसान भाई संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग कर मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनाए रखेंगे।
मुख्य अतिथि श्रीमती शीला त्रिपाठी ने अपने वक्तव्य में कहा कि धरती एक माँ की तरह जिस तरह जन्म देने वाली माँ के शरीर को पोषक तत्व दिए जाते है ताकि आने वाली संतान हष्ट पुष्ट हो। ठीक इसी तरह धरती में भी हमें पोषक तत्व डालने चाहिए ताकि उन्नत फसल हमें मिल सके।
मंच का संचालन एवं कार्यक्रम के सहसंयोजक संदीप चौहान जी ने किया। अंत में डॉ अनिल कुर्मी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया गया। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक सुनील कुमार राठौर द्वारा किसानों को कृषि से संबंधित तकनीकी जानकारी दी गई।