
आईजीएनटीयू के भैषज विभाग द्वारा “सूक्ष्म दवाइयां और मस्तिष्क संबंधित विकारों” पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का सफलतापूर्वक समापन
आईजीएनटीयू के भैषज विभाग द्वारा “सूक्ष्म दवाइयां और मस्तिष्क संबंधित विकारों” पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का सफलतापूर्वक समापन
अनूपपुर (रमेश तिवारी)
श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी, माननीय कुलपति, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के मार्गदर्शन में “सूक्ष्मदवाइयां और मस्तिष्क संबंधित विकारों 2023″ पर अंतर्राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान संगठन (आईबीआरओ), फ्रांस और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय भारत द्वारा समर्थित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग द्वारा हाइब्रिड मोड (ऑफलाइन/ऑनलाइन) में किया गया। 12 फरवरी को उद्घाटन कार्यक्रम सरस्वती पूजा के साथ शुरू हुआ, इसके बाद मा. कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने अपना अध्यक्षीय उद्बोधन दिया। उन्होंने मानसिक संतुलन, तनाव, तनाव और मस्तिष्क विकार के सम्बन्ध के बारे में चर्चा की। उन्होंने मस्तिष्क पर और तंत्रिका तंत्र संबंधी विकारों में आधुनिक जीवन शैली, प्रदूषण, इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि जैसे विभिन्न कारकों के प्रभाव और भूमिका के बारे में भी बात की। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रो. वी.एन. मिश्रा, मुख्य अतिथि, पुत्रा विश्वविद्यालय, मलेशिया की डॉ. पाइक सी चीआ, सम्मानित अतिथि, स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, चंडीगढ़ के प्रो. बिकास मेधी, विशिष्ट अतिथि के रूप में, तथा वरिष्ठतम आचार्य एवं पृथ्वी विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. ए.के. शुक्ला, वनस्पतिशास्त्र विभाग के प्रो. नवीन शर्मा, भैषज संकाय के संकायाध्यक्ष व कार्यक्रम के संयोजक प्रो. सब्यसाची मैती, भैषज विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एनएसएचएन मूर्ति ने उद्घाटन समारोह में प्रतिभागियों को संबोधित किया। भैषज विभाग की डॉ. सुनीता मिंज, डॉ. के.एस. राव, डॉ. सी. कार्तिकेयन, डॉ. दीपक कुमार गुप्ता, डॉ. मोनिका रकसे, श्री मंजेश नागवंशी सहित अन्य सहायक प्राध्यापक व कर्मचारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. कुंजबिहारी सुलखिया ने सम्मेलन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला, जबकि उद्घाटन समारोह का समापन सह-आयोजन सचिव डॉ. ऋषि पालीवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रगान के साथ हुआI
इस सम्मेलन में सम्मिलित होने के लिए 500 से भी अधिक प्रतिनिधियों ने अपना पंजीयन करवाया थाI इस आयोजन में 18 आमंत्रित वक्तायों के व्याख्यान, 9 युवा वैज्ञानिक पुरस्कार विजेता के व्याख्यान, 38 मौखिक प्रस्तुतियों, 28 पोस्टर प्रस्तुतियों, 60 ई-पोस्टर प्रस्तुतियों, 3 प्रदर्शन कार्यशाला का वैज्ञानिक सत्रों के साथ संगीत संध्या सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम का समावेश था। इसके अलावा, आमंत्रित वक्ता एवं प्रतिभागी भारत के 18 राज्यों सहित विश्व के अन्य देश जैसे कि मलेशिया, यूएसए, जर्मनी, यूके, हांगकांग, जापान, तंजानिया, सेंट किट्स और नेविस, नाइजीरिया आदि से प्रतिभाग किये थे। प्रतिभागियों एवं आमंत्रित वक्तायों ने नैनोफार्मास्यूटिकल्स व तंत्रिका संबंधी विकार पर गहन बातचीत और चर्चा की। प्रतिभागियों ने अपनी यात्रा के दौरान पवित्र स्थान अमरकंटक और सुंदर आईजीटीएनयू परिसर के प्राकृतिक सौंदर्य, वनस्पतियों और जीवों का आनंद लिया। समापन समारोह माननीय कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी के आशीर्वाद से मुख्य अतिथि प्रो. ए. के. शुक्ला, विशिष्ट अतिथि डॉ. अंजनेयुलु मुरागुंडला, वाइस प्रेसिडेंट, ट्रांसलेशनल ड्रग डिस्कवरी इनवेनीएआई, यूएसए और भारत, प्रो. एस. मैती, संयोजक, प्रो. एनएसएचएन मूर्ति, सह-संयोजक, डॉ. ऋषि पालीवाल, सह आयोजन सचिव की गरिमायी उपस्तिथि में संपन्न हुआ। सर्वश्रेष्ठ मौखिक, पोस्टर और ई-पोस्टर प्रस्तुतियों के विजेताओं, युवा वैज्ञानिक पुरस्कार विजेताओं को उनकी उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिए प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। कार्यक्रम का समापन संगठन सचिव डॉ. कुंजबिहारी सुलखिया के धन्यवाद ज्ञापन व राष्ट्रगान गायन के पश्चात हुआ।