
जनजातीय विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बना रहा है प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी (कुलपति)
जनजातीय विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बना रहा है प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी (कुलपति)
पुष्पराजगढ़ (रमेश तिवारी)
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक, म.प्र. के कंप्यूटर विज्ञान विभाग द्वारा वर्चुअल मोड में शिक्षकों, शोधकर्ताओं और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी में उभरती प्रवृत्तियों पर एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीईटीआईटी 2022) का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का प्राथमिक उद्देश्य दुनिया भर के शोधकर्ताओं को अपना काम प्रदर्शित करने और विचारों का प्रभावी आदान-प्रदान करने के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान करना था। कार्यक्रम संचालन डॉ. नारायण भोसले ने किया और कार्यक्रम की शुरुआत कुलगीत से की गई। इस सम्मेलन मे मुख्य संरक्षक के रूप मे माननीय कुलपति इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक , प्रोफेसर श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी उपस्थित हुये। उन्होंने इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को आयोजित करने के लिए कंप्यूटर विज्ञान विभाग को बधाई दी और कहा कि आईजीएनटीयू दुनिया भर में तेजी से बढ़ते उच्च शिक्षा विश्वविद्यालय के रूप में विकसित हुआ है और सक्रिय रूप से बहु-विषयक क्षेत्रों में एक मजबूत अनुप्रयोग फोकस के साथ मूल अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में लगा हुआ है। उन्होंने विभाग से आने वाले दिनों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करते रहने के लिए कहा ताकि भविष्य में अनुसंधान और सहयोग की गुणवत्ता को बढ़ावा दिया जा सके।
इस सम्मेलन मे प्रोफेसर अवधेश कुमार शुक्ला, डीन, पृथ्वी विज्ञान संकाय, आईजीएनटीयू, अमरकंटक, मुख्य अतिथि तथा प्रो. पियरलुइगी सियानो डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट एंड इनोवेशन सिस्टम, यूनिवर्सिटी ऑफ सालेर्नो, इटली, प्रमुख वक्ता के रूप मे उपस्थित हुये| स्वागत भाषण प्रो. विकास कुमार सिंह, डीन कंप्यूटर विज्ञान विभाग द्वारा दिया गया| इस कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. नीरज कुमार राठौर, डॉ. सुदेश कुमार, तथा सह समन्वयक डॉ. अभिषेक बंसल, डॉ. पवन सिंह, नारायण पी. भोसले और डॉ. सुहेल अहमद खान थे| मुख्य अतिथि का स्वागत एवं सम्मेलन की रूपरेखा की प्रस्तुति कार्यक्रम समन्वयक और विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज कुमार राठौर द्वारा की गई| प्रमुख वक्ता प्रो. सियानो ने कहा कि “इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस शताब्दी ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाए और प्रेरित किए हैं। ये परिवर्तन छात्रों, शिक्षकों और शैक्षणिक संस्थानों पर प्रभाव के साथ वर्तमान शोध पर आधारित हैं।” प्रो. अवधेश ने कहा कि “21वीं सदी को सूचना प्रौद्योगिकी में उन्नतियों के अनुप्रयोग द्वारा परिभाषित किया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गई है।
इस सम्मेलन (आईसीईटीआईटी 2022) को एनआईटी रायपुर, एमिटी नोएडा, गीतम यूनिवर्सिटी आन्द्राप्रदेश जैसे विभिन्न राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों और जज़ान विश्वविद्यालय सऊदी अरब जैसे विभिन्न देशों से भी 80 से अधिक हाल ही के अनुसंधान क्षेत्रों जैसे कि एफएएनईटी, आईओटी, एआई, क्रिप्टोग्राफी, क्वांटम कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन तकनीक पर शोध पत्र प्राप्त हुए हैं। वीबेक्स मीटिंग्स के माध्यम से 47 शोधकर्ताओं को वर्चुअल मोड में अपने काम को प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया। आईसीईटीआईटी 2022 को सस्टेनेबल कंप्यूटिंग, हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज, और कम्युनिकेशन नेटवर्क्स एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी के रूप मे चार सत्रों में विभाजित किया गया था| प्रथम सत्र की अध्यक्षता एम.आर. कविंद्र तालियान, नीति आयोग दिल्ली, दूसरे सत्र की अध्यक्षता प्रो. शिशिर कुमार, बीबीएयू लखनऊ, तीसरे सत्र की अध्यक्षता प्रो. संदीप चौरसिया, मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर एवं चतुर्थ सत्र की अध्यक्षता प्रो. ओम प्रकाश ऋषि, कोटा विश्वविद्यालय राजस्थान द्वारा की गई| कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुदेश कुमार ने अंत मे धन्यवाद प्रस्ताव दिया। कंप्यूटर विज्ञान विभाग के छात्र/छात्राओ दीपेंद्र शुक्ला, विजय विश्वकर्मा, रयाज चौधरी, पवन तिवारी, पी आशुतोष, अमित सोनी, मुस्कान खरे, ऐश्वर्या सिंह, शिवानी गुप्ता, जीनत कार्यक्रम के आयोजक सदस्यों के रूप मे उपस्थति थे| अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन राष्ट्र गान के साथ किया गया |