
जनजातीय जीवन में लोक अभिव्यक्ति एवं विविध स्वरूप पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
जनजातीय जीवन में लोक अभिव्यक्ति एवं विविध स्वरूप पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
जनजातीय समाज का जन्म मानव सभ्यता के सबसे प्राचीनतम भूभाग में हुआ है- कमिश्नर
पुष्पराजगढ़ (रमेश तिवारी)
शासकीय स्नातक महाविद्यालय पुष्पराजगढ़ में जनजातीय जीवन में लोक अभिव्यक्ति एवं विविध स्वरूप पर 11 एवं 12 जनवरी 2023को दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन विश्व बैंक परियोजना अंतर्गत मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित किया गया । उक्त अवसर पर अतिथियों द्वारा जनजातीय जीवन में लोक अभिव्यक्ति एवं विविध स्वरूप पत्रिका का विमोचन किया गया। सेगमिनार कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा ने कहा कि भारत को अगर विश्व शक्ति बनना है तो वह आपसी सहयोग सद्भाव भाईचारा व सामंजस्य से ही संभव है ।उन्होंने कहा की जनजाति समाज का जन्म मानव सभ्यता की सबसे प्राचीनतम भूभाग में हुआ है। हिमालय गंगा जमुना थे तब भी नर्मदा जी बहती थी। जनजाति समाज का अर्थ किसी से भी कमतर होना नहीं है अपितु विश्व के इतिहास में सबसे ज्यादा साम्राज्य को चलाने वाला हमारा गोंडवाना साम्राज्य था। 1857 में रानी दुर्गावती के बाद महाराजा शंकर शाह रघुनाथ शाह का बलिदान देश के गौरव को बढ़ाता है जनजाति समाज किसी से कम नहीं है। ना प्रतिभा में ना साहस में और ना ही ज्ञान संस्कृति सभ्यता में। आप उन महान गोंडवाना की संताने हैं आपको गर्व होना चाहिए कि आपका जन्म जनजाति समाज में हुआ है। हम सभी एक परिवार हैं विश्व में भी गोडवाना संस्कृति के दर्शन देखने को मिलते हैं। उन्होंने छात्र छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप जो लक्ष्य तय करोगे उसे पा सकोगे। चाहे वह कृषि खेल व्यवसाय तकनीक व पढ़ाई में हो आप सभी में आगे बढ़ने की क्षमता है ।सेमिनार कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ईजीडीपी डीसी सागर ने अपने उद्बोधन में उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहा कि आप लोग अपना मन अपने लक्ष्य पर लगाएं तभी आप आगे बढ़ सकेंगे सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करें उसके गलत पहलू का इस्तेमाल ना करें तथा इस पर अधिक निर्भरता भी हानिकारक है आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समाचार पत्र पत्रिकाओं के माध्यम से भी आगे बढ़ सकते हैं उन्होंने कहा स्कूटर बाइक चलाते समय हेलमेट का उपयोग आवश्यक रूप से करें यातायात नियमों का पालन करें मोबाइल कान में लगाकर गाड़ी ना चलाएं सभी नियमों का पालन करें नशे से दूरी बनाकर रखें आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मेहनत करनी होगी तभी आप अपने मुकाम तक पहुंच सकेंगे। सेमिनार कार्यक्रम में एसडीएम पुष्पराजगढ़ विवेक के व्ही ने छात्र-छात्राओं से कहा कि जॉब के लिए क्या-क्या विकल्प है इसे जानना बहुत आवश्यक है इसके लिए यूट्यूब का इस्तेमाल करें। कोशिश खुद को करनी पड़ेगी तभी आप आगे सफल होंगे हमारी तरफ से शासन से जो भी मदद होगी हम करेंगे आप अपना लक्ष्य करने के लिए कदम आगे बढ़ाए आप पढ़ो और आगे बढ़ो यही हमारी आप से अपेक्षा है। सेमिनार कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक फुन्देलाल सिंह ने कहा कि हमारा जनजाति समाज हमेशा से जल जंगल जमीन संस्कृत प्रकृति को हमेशा से बचा कर रखा है तथा उसकी रक्षा की है उन्होंने कहा हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एकाग्रता की आवश्यकता है गुरुकुल की परंपरा हमारे देश में रही है उसी का पालन करते हुए हमें आगे बढ़ना है। सेमीनार कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए पूर्व विधायक सुदामा सिंह ने कहा कि हमारी परंपराएं संस्कृति रीति रिवाज यह सभी लुप्त होते जा रहे हैं इसे कैसे संरक्षित करना है इस पर शोध कार्य किया जा रहा है गीत संगीत संस्कृति में हमारा जीवन छुपा हुआ है हम प्रकृति से जुड़े हुए हैं हमारी पहचान खान पान रहन सहन से होती है लेकिन इन पर भी परिवर्तन हो रहा है हम आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं हमारी संस्कृति धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है इसे हमें बचा कर रखना है। उक्त कार्यक्रम में प्रोफेसर पीके सामल ने कहा कि भारत की सभ्यता संस्कृति मैं समाज का अभिन्न योगदान रहा है हमारा समाज जल जंगल जमीन संस्कृति कि हमेशा से रक्षा की है हमारी संस्कृत को आदिकाल से जुड़ी हुई है। उक्त सेमिनार कार्यक्रम में डॉ पी डी महंत डॉक्टर पी एस चंदेल डॉक्टर परमानंद तिवारी डॉ विजय चौरसिया प्राचार्य डॉक्टर जे एस संत प्राचार्य डॉक्टर डी पी शार्मे ने भी अपने विचार रखे कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर देवेंद्र तिवारी ने किया सेमिनार कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख रूप से महाविद्यालय के प्राध्यापक विषय विशेषज्ञ गणमान्य नागरिक पत्रकार छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।