
भगवान परशुराम जी की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई
परशुराम भवन निर्माण के लिए विधायक ने दिए 10 लाख
भगवान परशुराम जी की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई
विविध कार्यक्रमों के साथ विशाल भंडारे का आयोजन
परशुराम भवन निर्माण के लिए विधायक ने दिए 10 लाख
पुष्पराजगढ़ (रमेश तिवारी )
पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के मुख्यालय राजेंद्र ग्राम में भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान श्री परशुराम जी का जन्मोत्सव समारोह जोहिला नदी के तट पर स्थापित श्री हनुमान मंदिर प्रांगण में धूमधाम के साथ मनाया गया सुबह 9:00 बजे से सुंदरकांड पाठ 11:00 बजे भगवान श्री परशुराम जी का पूजा-पाठ महा आरती पंडित नर्मदा जी महाराज द्वारा कराया गया । तत्पश्चात विप्र समाज के प्रमुख सम्मानित जनों का संबोधन हुआ जिसमें समाज को संगठित करने तथा कार्यक्रम को और वृहद करने तथा अन्य समाज के गरीब तबके के लोगों की मदद एवं गरीब ब्राह्मण समाज जनों की मदद के लिए आगे आकर कार्य करने की बात कही गई। उक्त अवसर पर समाज के बुजुर्गों का श्रीफल शाल भेंट कर सम्मानित किया गया।
उक्त अवसर पर पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के विधायक फुन्दे लाल सिंह जी द्वारा ब्राह्मण समाज के लिए सामुदायिक भवन का भूमि पूजन किया गया । सामुदायिक भवन का निर्माण 10 लाख की लागत से कराए जाने की विधायक जी द्वारा घोषणा की गई। ब्राह्मण समाज द्वारा इस पुनीत कार्य के लिए विधायक फुन्दे लाल जी को धन्यवाद के साथ उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं आशीर्वाद प्रदान किया गया । तथा श्रीफल साल प्रदान कर उनका सम्मान किया गया। भगवान परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज द्वारा पूर्व विधायक सुदामा सिंह पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती इंद्राणी सिंह पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम मंडल अध्यक्ष प्रमोद सिंह सरपंच अर्जुन सिंह उपसरपंच राजीव सिंह का श्रीफल साल देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सभी लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम मैं सम्मिलित प्रमुख रूप से बाबा हरिदास तिवारी प्रमोद शर्मा संतोष बाजपेई उमाशंकर मिश्रा यदुवंश दुबे जनपद पंचायत उपाध्यक्ष अशोक पांडे संतोष मिश्रा रमेश तिवारी नरेश मिश्रा शीलवंत तिवारी राजनारायण गौतम अखिलेश शुक्ला राजेंद्र चतुर्वेदी गिरधारी लाल चतुर्वेदी पुष्पेंद्र पांडे सुभाष द्विवेदी धीरेंद्र कुमार पांडे पंडित रमेश दुबे डॉ सीपी तिवारी रमेश समदरिया अमन त्रिवेदी एवं मातृशक्ति विप्र समाज बच्चे प्रमुख रूप से सम्मिलित रहे।