गणतंत्र की शैली, दुनिया को हमने दी है ….. प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी (कुलपति)

गणतंत्र की शैली, दुनिया को हमने दी है ….. प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी (कुलपति)
पुष्पराजगढ़ रमेश तिवारी
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में आज 74वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने तिरंगा फहराया। इसके बाद विश्वविद्यालय के सुरक्षा प्रहरियों एवं एन.सी.सी. व एन.एस.एस. के कैडिट्स द्वारा परेड का भव्य आयोजन किया गया। माननीय कुलपति ने अपने उद्बोधन की शुरुआत नर्मदे हर के उद्घोष से करते हुए सभी को 74 वे गणतंत्र दिवस एवं बसंत पंचमी की शुभकामनाएं दी। आपने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्र को राष्ट्रीय ध्वज को और राष्ट्रगान के रचयिता को नमन करना चाहिए। भारत दुनिया का पहला गणतंत्र देश है जिसमें लोकतंत्र को परिभाषित किया है, प्राचीन काल में भारतीय राजव्यवस्था में लोकतांत्रिक गणतंत्र की झलक देखने को मिलती है इतना ही नहीं ऋग्वेद व अथर्ववेद में भी गणतंत्र का उल्लेख किया गया है। हम भाग्यशाली हैं, कि हमारा जन्म ऐसे देश में हुआ जहां दर्शन है, अध्यात्म है और ज्ञान की धारा है। इस वर्ष हमें गणतंत्र दिवस के ध्येय वाक्य को साकार करना है। यह वर्ष खास है, क्योंकि इस वर्ष जी20 का आयोजन भारत में होना है यह ना सिर्फ हमारे लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए गौरव का विषय है। भारत की संस्कृति संवाद की है, विवाद से संवाद, संवाद से समाधान और समाधान से विश्व शांति का मार्ग प्रशस्त होता है। हमारे देश में माननीय प्रधानमंत्री जी के निर्देशन में ऊर्जा की सभी स्त्रोतों का दोहन हो रहा है और यह स्त्रोत सभी के काम आ रहे हैं और वैश्विक मंच पर इन्हें स्वीकृति मिली हुई है। आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है भारत शिक्षा के माध्यम से विश्व के शिखर पर है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय लगातार उन्नति के पथ पर अग्रसर है यहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू कर दिया गया है, भगवान बिरसा मुंडा चेयर की स्थापना के साथ विश्वविद्यालय में एल.बी.आई. और कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से जनजाति क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम समय-समय पर चलाए जा रहे हैं जो कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सपने एक भारत, श्रेष्ठ भारत के आधार पर दुनिया का श्रेष्टतम देश भारत बनेगा को साकार करेगा। उद्बोधन पश्चात एन.सी.सी. क्रेडिटस को पदक वितरण किया गया एवं विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सुरक्षा प्रहरियों एवं कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया जिसकी घोषणा प्रो.आलोक श्रोत्रिय द्वारा की गई। इस अवसर पर श्री शील मण्डल की अध्यक्ष श्रीमती शीला त्रिपाठी एवं विश्वविद्यालय के समस्त अध्यापक गण, कर्मचारी गण तथा छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही। मंच संचालन डॉ. विक्रम प्रताप सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम प्रो. सौभाग्य रंजन पाढ़ी, प्रो.जी.बी.एस. जोहरी एवं डॉ.मनोहर बी. यरकलवार के निर्देशन में संपन्न हुआ।