
सतर्कता और जागरूकता विकासशील देशों की बढ़ती आवश्यकता है…. प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी (कुलपति)
सतर्कता और जागरूकता विकासशील देशों की बढ़ती आवश्यकता है…. प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी (कुलपति)
पुष्पराजगढ़ (रमेश तिवारी)
सतर्कता जागरूकता सप्ताह 31 अक्तूबर, 2022 से दिनांक 06 नवंबर, 2022 तक मनाया गया, जिसका ध्येय था “भ्रष्टाचार मुक्त भारत – विकसित भारत”। इस सतर्कता जागरूकता सप्ताह में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें रैली निकाली गई, पेंटिंग, पोस्टर, भाषण और स्थानीय ग्राम वासियों को जागरूक करने के लिए व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया और विश्वविद्यालय के नजदीक हाट बाजार में रैली निकाली गई। 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उनके सम्मान में यह जागरूकता अभियान चलाया गया है। जिसका उद्देश्य भ्रष्टाचार के बढ़ते खतरे और उसके परिणामों की चिंता पर विचार करना है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि “यह सप्ताह महत्वपूर्ण है क्योंकि सतर्कता और जागरूकता विकासशील देशों की बढ़ती आवश्यकता है जो सामाजिक उन्नयन और परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करता है। एक नागरिक के रूप में, इस विषय का पालन करना और हमारे सिस्टम के भीतर कदाचारों को उजागर और रिपोर्ट करके हमारे राष्ट्र की अखंडता को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी बन जाती है। हमें केंद्रीय सतर्कता आयोग को विभिन्न माध्यमों से ऐसी प्रथाओं की रिपोर्ट करनी चाहिए क्योंकि यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का एक उपयुक्त स्थान है। केंद्रीय सतर्कता आयोग एक शीर्ष भारतीय सरकारी निकाय है, जिसे वर्ष 1964 में सरकारी भ्रष्टाचार को संबोधित करने के लिए स्थापित किया गया था। इसे 2003 में संसद के एक अधिनियम द्वारा वैधानिक दर्जा दिया गया था। यह एक स्वायत्त निकाय है और किसी भी कार्यकारी प्राधिकरण के नियंत्रण से मुक्त है’। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के अधिकारी, शिक्षक कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं के साथ श्रीशील मण्डल की अध्यक्षा श्रीमती शीला त्रिपाठी सहित मंडल के तमाम सदस्यों ने उत्साह पूर्वक इस सप्ताह को मनाया।